Ghamandi Hathi Chiti ki kahani कुछ इस तरह से सुरु हुई |
पुराने समय की बात है एक जंगल में हाथी रहता था जो सभी जानवरो को बोहोत परेशान करता था | कभी अपनी सूंड में पानी भरकर दूसरे जानवरो की तरफ फेक देता तो कभी जानवरो को अपने पैरो से कुचल देता था |
उसको अपनी ताकत में बोहुत घमंड था उसका आतंक बरता ही जा रहा था और दूसरे जानवर भी खौफ में थे | उन्हें उस हाथी का डर रहताथा की अगर इसको हम दिख गए |तो ये घमंडी हाथी हमे कुचल देगा |
Ghamandi Hathi Chiti ki kahani
जानवरो को परेशान करना उस हाथी का कम नहीं हुआ जब भी कोई जानवर अपने लिए भोजन ढूंढ कर लाता | हाथी उस जानवर और उसके भोजन पर अपनी सूंड से गन्दा पानी फेक देता था |
एक दिन चींटी अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपने लिए भोजन ढूंढ रही थी तभी वहा हाथी आया और हसने लगा कहने लगा तुम बोहुत छोटी हो और में बोहुत ताकतवर हूं में जब चाहु तब तुम्हे कुचल सकता हूं |
चींटी ने हाथी की बात पर धयान नहीं दिया पर तभी हाथी अपनी सूंड से गन्दा पानी भरकर लाया और चींटी के ऊपर सारा गन्दा पानी फेक दिया | चींटी बोहुत दयालु थी उन्होंने हाथी को समझाया और कहा इतना घमंड अच्छा नहीं है पर हाथी समझने वाला नहीं था | उसने फिर गन्दा पानी चींटी के ऊपर फेक दिया और कहा ज्यादा ज्ञान मत दे वर्णा अबकी बार गन्दा पानी नहीं फेकूंगा तुझ पर तुझे कुचल कर मार दूंगा |
चींटी हाथी को सबक सिखाना चाहती थी और वो हाथी की सूंड में घुस गयी और काटने लगी हाथी का दर्द से बुरा हाल हो गया था | उसने चींटी से माफ़ी मांगी और कहा मुझे छोड़ दो अब से दुबारा किसी जानवर को परेशान नहीं करूँगा तभी चींटी बहार आ जाती है क्युकी हाथी का घमंड टूट गया था और हाथी भी सभी जानवरो के साथ मिलजुलकर रहने लगा |
Moral : Ghamandi Hathi Chiti ki kahani से ये शिक्षा मिलती है की कभी किसी को कमजोर नहीं समझना चाहिये और अपनी ताकत पर घमंड नहीं करना चाहिये |
Ghamandi Hathi Chiti ki kahani | chiti aur hathi story
Other Story